चांदनी चौक भाजपा सांसद प्रत्याशी ने वर्तमान सांसद के कार्यकाल पर उठाया सवालिया निशान!

-प्रमोद गोस्वामी भाजपा लोकसभा प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल की मानें, तो पिछले 10 वर्षों में ये तमाम बड़ी बजारें विकास और सौंदर्यीकरण से अछूती रही, जो डॉ हर्ष वर्धन के कार्यकाल पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है। नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव Lok Sabha Election 2024 का बिगुल बज चुका है, चुनाव के तारीखों का एलान हो गया है। दिल्ली के सातों सीटों पर छठे चरण में यानी 25 मई को मतदान होंगे। चुनाव की घोषणा होने के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली के सातों लोकसभा सीटों पर भाजपा (BJP)…

क्यों महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आज भी संघर्ष कर रही हैं?

डॉ नीलम महेंद्र, लेखिका वरिष्ठ स्तम्भकार हैं जिस दिन किसी भी क्षेत्र में आवेदक अथवा कर्मचारी को उसकी योग्यता के दम पर आंका जाएगा ना कि उसके महिला या पुरुष होने के आधार पर, तभी सही मायनों में हम महिला दिवस जैसे आयोजनों के प्रयोजन को सिद्ध कर पाएंगे। ईश्वर की बनाई इस सृष्टि में मानव के रूप में जन्म लेना एक दुर्लभ सौभाग्य की बात होती है। और जब वो जन्म एक स्त्री के रूप में मिलता है तो वो परमसौभाग्य का विषय होता है। क्योंकि स्त्री ईश्वर की…

कांग्रेस ने राव के लिए दरवाजा नहीं खोला था, वहीं मोदी ने भारत रत्न सम्मान दिया

-हरेश कुमार पीवी नरसिम्हाराव भारत के ऐसे प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने नेहरू की आर्थिक नीतियों को पूरी तरह बदलकर देश को आर्थिक विकास के रास्ते पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विधि का विधान देखिए कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उम्र का हवाला देते हुए नरसिम्हा राव का टिकट काट दिया था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। चुनाव प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में लिट्टे आतंकवादियों के आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की हत्या कर दी। राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की सरकार सत्ता…

सशक्त और मजबूत भारत का आधार है हमारा गणतंत्र और संविधान

हितेश कुमार शर्मा, सदस्य भारत विकास परिषद् जब हिंदुस्तान आजाद हुआ था तब पूरे विश्व ने शंका जाहिर की थी कि क्या इतनी विभिन्न भाषाओं, बोलियों, इतने विभिन्न धर्मों, जातियों और संप्रदायों का ये देश कितने दिन एकजुट रह पायेगा, लेकिन उन लोगों को भारत के संविधान की शक्ति, राष्ट्रभक्ति और लोकतंत्र में भारतीयों की आस्था का अंदाजा नहीं था। उन्हें पता नहीं था कि महा जनपदों के काल से लोकतंत्र में आस्था रखने वाला देश है भारत। इसी आस्था को और अधिक दृढ़ व शक्तिशाली बनाने के लिए हम…

‘फ़िल्म आदिपुरुष’ हिंदू विरोधी!

-अमित श्रीवास्तव स्पष्ट है कि विधर्मी सदैव हिंदू प्रतीकों के प्रति अपनी घृणा का प्रदर्शन करेंगे ही किंतु उन्हें रोकने के लिए बनाई संस्थाएं क्या कर रही है? फ़िल्म आदिपुरुष (Adipurush Movie) में दिखाए गए हिंदू विरोधी प्रलाप हिंदी सिनेमा में नया नहीं है किंतु ऐसे संक्रमण फैलाने वाले वैचारिक कीड़ों को रोकने के लिए बनाई गई संस्था फ़िल्म सेंसर बोर्ड आखिर कर क्या रही है? फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी क्या ये कह सकते हैं कि उन्हें कुबेर के पुष्पक विमान और चमगादड़ में कोई अंतर नहीं…