राशन घोटालाः कांग्रेस ने केजरीवाल के इस्तीफा के साथ सीबीआई जांच की मांग की

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी सरकार पर राशन घोटाले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा सीएजी रिपोर्ट द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उजागर किए गए भ्रष्टाचार व अनियमितताओं के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नही है।
माकन ने इस मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की। माकन ने कहा कि दिल्ली के विधायकों की सर्किल लेवल विजिलेन्स कमेटी तथा दिल्ली के सांसदों की जिला स्तरीय विजिलेंस कमेटी तब क्या कर ही थीं जब राशन विभाग के अधिकारियों द्वारा 2015 में 5 सरकुलर जारी करके सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार और अनियमिताओं को उजागर किया जा रहा था।
माकन ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में अनियमितताए व गड़बड़िया केजरीवाल की दिल्ली सरकार की नाक के नीचे हो रही थी, जबकि केजरीवाल को दूसरो पर उंगली उठाने से फुरसत नही थी। माकन ने कहा कि केजरीवाल दूसरो पर उंगली उठाकर अपनी जिम्मेदारी से नही भाग सकते। क्योंकि सीएजी की रिपोर्ट में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बड़े घोटाले व अनियमितताओं का जिक्र किया है। माकन ने सीएजी रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों का हवाला देते हुए कहा कि 13 मामलों में घर के सबसे बड़े सदस्यों की उम्र 18 साल से कम दिखाई गई है।
माकन ने कहा कि 9 जून 2015 के सरकुलर के हिसाब से सर्किल विजिलेंस कमेटी के चैयरमेन आम आदमी पार्टी के विधायक हजारी लाल चैहान को बनाया गया था। उन्होंने कहा कि सर्किल लेवल कमेटी तथा जिला लेवल कमेटी सीएजी की रिपोर्ट से पहले बन गई थी। माकन ने कहा कि मैं आप पार्टी के विधायकों और भाजपा के सांसदों से पूछना चाहता हू कि उनकी नाक के नीचे राशन का घोटाला हो रहा था तो वे क्या कर रहे थे।
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माकन ने कहा कि 9 जून 2015 के सरकुलर के अनुसार सर्किल विजिलेंस कमेटी की एक महीने में एक बैठक होनी जरुरी है। माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार के शपथ लेने से 2 दिन पहले अर्थात 12 फरवरी 2015 को खाद्य विभाग के स्पेशल आयुक्त ने सरकुलर जारी किया था जिसमें यह कहा था कि जांच में यह पाया गया है कि जो खाद्यान सार्वजनिक वितरण के लिए थे उनको दिल्ली की फलोर मिलों में भेजा गया है।
माकन ने कहा कि तिमारपुर के विधायक पंकज पुष्कर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को एक राशन की दुकान में हो रही भ्रष्टाचार व अनियमितताओं को लेकर शिकायत की थी परंतु जिस दुकान का जांच के बाद लाईसेंस जब्त कर लिया था उसी दुकान को लाईसेंस दोबारा कैसे दे दिया गया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आप पार्टी के एक विधायक के खिलाफ शिकायत थी कि वह राशन कार्ड वालों से पैसे उगाही कर रहे है, उस मामले की जांच में विधायक तो बच गए परंतु उनका ऑफिस स्टाफ दोषी पाया गया।

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