स्मृति दिवसः कांग्रेस ने आजादी के समय धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया- नड्डा

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के द्वितीय स्मृति दिवस दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रजापति राजनीतिक मंच द्वारा आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कार्यक्रम को संबोधित किया और वाजपेयी को देश का महान सपूत बताते हुए आने वाली पीढ़ियों से उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

इस मौके पर श्री नड्डा ने अटल बिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सिटिजन बिल पर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोधियों ने संसद में विरोध किया, एक तबके को उकसा कर देश में हिंसा और नफरत की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आजादी के समय धर्म के आधार पर देश का बंटवारा स्वीकार किया। उस वक्त दिल्ली में नेहरू-लियाकत समझौता हुआ था जिसके तहत ये तय किया गया कि दोनों देश अपने-अपने देशों में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों के लिए काम करेंगे। भारत इस समझौते का आज तक पालन कर रही है जबकि पाकिस्तान में धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों की लगातार प्रताड़ना हुई। भारत पंथनिरपेक्ष देश बना जबकि पाकिस्तान और बांग्लादेश ने इस्लाम को अपनाया। भारत सभी वर्गों के लोगों को साथ लेकर चला जिसका परिणाम यह हुआ कि यहां सभी धर्मों एवं समुदायों के लोग फले-फूले और आगे बढ़े लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ। इसके चलते पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या घट कर 3प्रतिशत रह गई। इसलिए हमने निर्णय लिया कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के चलते अपनी इज्जत बचाने भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जायेगी। शरणार्थियों में अधिकतर दलित भाई हैं जिनमें मतुआ, राजवंशी और नमोशूद्र समाज के भी लोग हैं। दलितों के नाम पर राजनीति करने वाली कांग्रेस और उसकी जैसी सहयोगी पार्टियां दलितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाती तो हैं लेकिन आज उन्होंने उनके उत्थान के लिए कुछ भी नहीं किया।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों का उद्वघोषण करते हुए बोले कि किसी को भी इसका विश्वास नहीं था कि एक दिन ऐसा आयेगा जब पूरे देश में एक, विधान, एक निशान और एक प्रधान होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के सूत्रधार और शिल्पकार बने गृह मंत्री अमित शाह और आजादी के 70 साल बाद धारा 370 का उन्मूलन हुआ। साथ ही, जम्मू-कश्मीर में विकास का नया सबेरा हुआ।
श्री नड्डा ने कहा कि जो समाज कुरीतियों को खत्म नहीं करता तो वह आगे नहीं बढ़ सकता। बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन किया और इसे खत्म किया। ट्रिपल तलाक को सदा सदा के लिए खत्म कर मुस्लिम महिलाओं और बहनों को गरिमा और सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है जबकि कांग्रेस ने इसे लटकाए रखा।

दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जो दिल्ली में फ्री वाई-फाई की बात कर रहे थे, वे शरणार्थी भाइयों के कैंपों में बिजली और पानी तक नहीं दे पाए, ऐसे लोगों से उम्मीद ही क्या की जा सकती है?

नड्डा ने अनधिकृत कॉलोनियों पर बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार का मूलमंत्र है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने दिल्ली के विकास के लिए कई कदम उठाये हैं। अनधिकृत कॉलोनियों को वैध कर दिल्ली के लगभग 40 लाख लोगों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है। ‘जहां झुग्गी, वहीं मकान का सपना भी मोदी सरकार पूरा कर रही है।

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