दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड कौन?

प्रमोद गोस्वामी, पत्रकार एवं राजनितिक विशलेषक 
दिल्ली दंगे को 18 दिन बीत जाने के बाद भी कई अनसुलझे सवाल हैं। दिल्ली दंगे में आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन, जिसे दंगों में आरोपी पाए जाने के बाद ‘आप’ मुखिया अरविंद केजरीवाल ने पार्टी से निष्कासित कर दिया, ताहिर की गिरफ्तारी ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। आम आदमी पार्टी का दिल्ली दंगों से क्या है कनेक्शन? दंगों में इस्तेमाल किये गए ईट-पत्थर, तेजाब, पेट्रोल बम आदि सभी सबूत चीख-चीखकर ताहिर हुसैन के गुनाहों को उजागर कर रहा है, फिर भी ‘आप’ विधायक अमानतुल्लाह खान, ताहिर हुसैन का बचाव क्यों कर रहा है? बार-बार मुसलमानों का हवाला देकर देश के मुसलमनों में भ्रम क्यों फैला रहा है? अमानतुल्लाह खान को डर सता रहा है? कहीं ताहिर ने पुलिस के आगे अपनी जुबान खोली तो कई चेहरे उजागर हो सकते हैं। ‘आप’ के बड़े नेता संजय सिंह ने क्यों कहा कि ताहिर को फंसाया जा रहा है? ताहिर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी क्यों? एक न्यूज़ चैनल पर ताहिर ने कहा कि दंगे वाले दिन संजय सिंह से बात हुई थी। ऐसे कई अनसुलझे सवाल है जिनके जवाब आना अभी बाकी हैं।

कपिल मिश्रा की माने तो दंगे वाले दिन ताहिर के संपर्क में आप के कई बड़े चेहरे है। उन्होंने कहा कि ताहिर के कॉल डिटेल खंगाले जाये तो ‘आप’ के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आ सकता है।

गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दिल्ली हिंसा को लेकर ये कहा कि देश विरोधी ताकतों का साथ देने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। तब से आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह बौखला गए और उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली दंगो पर गृह मंत्री लोकसभा में ऐसे बयान दे रहे थे जैसे कि उन्हें कुछ पता ही ना हो। सिंह ने कहा कि 3 दिन तक दिल्ली को उन्होंने जलने दिया उसपर जवाब नही। भाजपा के नेताओ ने भड़काऊ भाषण दिए उसपर कोई जवाब नही। दिल्ली दंगों के वक्त क्या अंतरिक्ष में थे गृह मंत्री?

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि संजय सिंह भी कई बार दिल्ली हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन का समर्थन कर चुके हैं तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि पूछताछ के बाद आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आएंगे। इसी डर और घबराहट का सबूत ‘आप’ के नेता अपने बयानों के जरिए दे रहे हैं।
जिस तरह से नेताओं के बयानबाजी हो रही है, उससे एक बात तो साफ है कि दिल्ली दंगे में ताहिर हुसैन अकेला नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड कौन?

यह भी पढ़ेंः ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में आना, कमलनाथ सरकार का तय है जाना

Related posts

Leave a Comment